मैंने अक्सर उनको देखा था, चौराहों पर ताशों में, कभी शादी में, बारातों में, कुछ सामाजिक तमाशों में भा... मैंने अक्सर उनको देखा था, चौराहों पर ताशों में, कभी शादी में, बारातों में, कुछ स...
कभी दुल्हन की सेज सजाए, तो कभी महफिलों की रौनक बढ़ाए। कभी दुल्हन की सेज सजाए, तो कभी महफिलों की रौनक बढ़ाए।
शून्यता...। शून्यता...।
अनकही कहानी...। अनकही कहानी...।
दर्द की कहानी ! दर्द की कहानी !
पत्थरों के शहर में ये क्या किया आइना सबको दिखाते हम रहें... पत्थरों के शहर में ये क्या किया आइना सबको दिखाते हम रहें...